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पछतावा नहीं अब कोई मेरी भी व्यथा सुनो मै सरकारी ऑफिस हूं अब मैं पन्नों पर आंसू बहाता हूं - तनहा शायर हूं अब गांव गया मुलाक़ात जिंदगी से सवाल मै कौन हूं तू अब साथ नहीं प्रकृति इश्क़ hindikavita मै कर्ज हूं इस धरातल की पहचाना जाता हूं मैं खुश हूं हिन्दी कविता hindi kavita हिन्दीकविता बदल

Hindi अब मै लबालब भर गया हूं Poems